Gyanvapi ASI Survey: ज्ञानवापी का खुला तहखाना तो चौंका हिंदू पक्ष, बोला-ASI को ऐसे कई और प्रमाण मिलेंगे
वाराणसी, 5 अगस्त 2023: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI Survey) के चल रहे Gyanvapi परिसर के परीक्षण ने महत्वपूर्ण खोजों का पर्दाफाश किया है, जिससे इसके ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के बारे में नए चर्चाओं की शुरुआत हुई है।
**बेसमेंट की खोज:**
शनिवार को की गई जांच के दौरान, Gyanvapi मस्जिद के बेसमेंट की जांच की गई। वकील सीता साहू और वकील सुधीर त्रिपाठी, हिन्दू पक्ष की प्रतिनिधि, ने बताया कि मंदिरीय मूर्तियों और टूटी हुई स्तंभों के अवशेषों के साथ-साथ स्वस्तिक और कलश जैसे प्रतीक बेसमेंट में खोजे गए हैं। ये खोज ने और भी उत्सुकता और विश्लेषण को प्रेरित किया है।
**ASI Survey की चार हफ्ते की विस्तारित में:**
पैरलेल विकास के साथ, जिला न्यायाधीश डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश ने जांच की अनुमति दी है, ASI Survey की आवश्यकता के बारे में जांच पूरी करने के लिए चार हफ्ते की विस्तारित अवधि दी है और उसकी व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए। एएसआई ने कानूनी प्रक्रियाओं के बाद की जांच काम को रोकने की कारण अतिरिक्त समय की मांग की थी।
**धार्मिक परिदृश्य की परिवर्तन:**
बेसमेंट में की गई खोजों ने समय के साथ ज्ञानवापी के धार्मिक पहचान की परिवर्तन की चर्चाओं को फिर से जागरूक किया है। वैज्ञानिक तरीकों की सहायता से, एएसआई का उद्देश्य इस पवित्र स्थल के ऐतिहासिक संदर्भ और विकास की प्रकाश डालना है।
**जारी जांच:**
तंग सुरक्षा उपायोगों के तहत ASI Survey ने Gyanvapi परिसर के विभिन्न हिस्सों, जैसे कि गुम्बद और व्यासजी के बेसमेंट, की जांच भी की है। मिट्टी, ईंट और पत्थर के नमूने भी लिए गए हैं। इसकी मदद से निर्माण की अवधि और उम्र का निर्धारण किया जाएगा।
**बहुपक्षीय दृष्टिकोण:**
यह जारी जांच विभिन्न परिप्रेक्ष्यों से विद्वानों, वकीलों और विशेषज्ञों को एक साथ लाया है। हिन्दू और मुस्लिम पक्ष दोनों इसमें सक्रिय भाग ले रहे हैं, जिससे ज्ञानवापी के समृद्ध इतिहास की खोज में साझा रुचि दिखा रही है।
Gyanvapi की जांच इतिहासिक और आध्यात्मिक अन्वेषण का केंद्र बनी हुई है, जिससे यह पवित्र स्थल की संस्कृतिक धरोहर की विशेषताओं के प्रति नई उत्सुकता को उत्तेजित कर रही है।
Gyanvapi जांच और इसकी खोजों के नवाचारों के लिए अधिक अपडेट के लिए बने रहें।